सपने वे हैं जो सोने नहीं देते
कहा था
"सपने वे नहीं जो आप नींद में देखते है
सपने वे हैं जो आपको सोने नहीं देते "
आपने
यह केवल कहा भर नहीं था
इसे जिया भी था
जिस उम्र में
आदमी
सपने पूरे करना तो दूर
सपने देखने से भी दूर भागता है
आप नित्य सपना देखते थे
एक ऐसे ख़ुशहाल भारत का
जिसकी सुबह होगी
मन्दिर की घंटियों से, मस्जिद की अजानो से
बाइबिल की पँक्तियों से,गुरुवाणी की तानो से
स्कूल जाते खिलखिलाते बच्चों से
धमाचौकड़ी मचाते किशोरों से
राष्ट्र के विकास के लिए
तैयारी करते नौजवानों के जोश से
बृद्धों के होश से
और यही सपना आपको सोने नहीं देता था
निरन्तर आपको गतिमान रखता था
देश के एक कोने से दूसरे कोने तक
कभी बच्चों के बीच
कभी नौजवानों के बीच
कभी देश के प्रबुद्ध जनों के बीच
"गीता" का निष्काम कर्मयोग
अवतरित हुआ था
आपमें पूरी शिद्दत के साथ
आज आपका शरीर
सुपुर्दे ख़ाक हो जायेगा
पर हम आज आपको
वचन देते हैं
कि हम
ज़िन्दा रक्खेंगे
आपके सपनों को अपनी अन्तिम सॉंस तक
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