Monday 25 May 2015

जिन गीतों में तेरा नाम न होगा गीत नहीं मैं वह गाऊँगा

जिन गीतों में, तेरा नाम न होगा,गीत नहीं मैं वह गाऊँगा
जिन राहों में, तेरा धाम न होगा,राह नहीं मैं वह जाऊँगा

अाती-जाती इन साँसों में, तुझको ही पाया है, मैंने
कबिरा, तुलसी के दोहों में, तुझको ही गाया है, मैनें
जिन बाँहों में, मेरी बॉंह न होगी,बॉंह नहीं मैं वह चाहूँगा 
जिन गीतों में, तेरा नाम न होगा,गीत नहीं मैं वह गाऊँगा
जिन राहों में, तेरा धाम न होगा, राह नहीं मैं वह जाऊँगा 

तुमने तो कब का चाहा था,मैं ही तुमको समझ न पाया
माया ने अपने संग रकखा,मन ने भी मुझको ख़ूब नचाया
पीछा कुछ-कुछ छूट रहा है, जाकर फिर से नहीं फँसूँगा 
जिन गीतों में, तेरा नाम न होगा,गीत नहीं मैं वह गाऊँगा 
जिन राहों में, तेरा धाम न होगा, राह नहीं मैं वह जाऊँगा 





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